रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे
Category: shadi geet
बन्ना धीरे चलो ससुराल गलियां।
गयो गयो री सास तेरो राज, जमानो आयो बहुअन को।
मैं तो लोटस का मेकअप लगाऊं पिया
सासु लडूंगी जरूर चाहे जान चली जाए।
भावज के संग भात भरण ने आया प्यारा भैया
रूपिडो तो ले में दर्जीडे रे गई थी
चूड़ियाँ बंग्लौरी बंग्लौरी मेरे हाथ में।
चढ़ गया हाथो पे तेरी प्रीत की मेहंदी का रंग,
म्हारो केसरियो हजारी गुल रो फूल
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