फुलझड़ी रे म्हारी मोतयां री लड़ी।
Category: Holi geet
बदली बदली दुनिया बदली हवा बदली
इसी पड़ोसन देखो जो खुल्ला राखे बाल
नखराळो देवरियो भाभी पर जादू कर ग्यो
चालो देखण ने बाईसा, थारो बीरो नाचे रे
और रंग दे रे म्हाने ओजू रंग दे,
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Balam choto so,बालम छोटो सो,holi geet
बालम छोटो सो
झटापट आजा म्हारी फूलझड़ी मालण की बाड़ी में ।
चाँद चढ्यो गिगनार किरतया, ढल आई आधी रात पीवजी,
जळ जमना रो पाणी कइया ल्याऊं ओ रसिया
पतली कमर म्हारी लुळ लुळ जाय ।
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