मेरी बिटिया चली है ससुराल,
श्याम तू संभाल इसको,
Category: विविध भजन
नानक नामु मिलै तां जीवां
घर आवो साजना, मैं देखां दर्शन तेरा
मोहे ना बिसारो हे श्यामा प्यारी,
उड़ उड़ बायरिया मधरो चाल जै रे,
औलाद की खातिर इंसा, फिरता है मारा मारा,
मैंने सपनोे देखो रात भाएली,
भुस ढो रही बांध गठरिया में,
मां बाप की इस कलयुग में किस तरह कटी जिंदगानी
मेरे वारे न्यारे हो गए ने, प्रभु राजी हो गए ने,
मैं बेरंगी फिरदी सा रंग मेरे श्याम ने लाया,
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