सासू जी महारा, इन विध आया भगवान।
Category: विविध भजन
प्रभु प्रेम की गली में, आता है कोई कोई।
जिस द्वार पर आदर भाव ना हो, उस द्वार पर जाना ना चाहिए।
घोड़ों बनयों घडोलियो चालियो ले बेटा ने मोरा पर
मैं तो फस गई मकड़ी रे जाला में ,नहीं फेरी राम थारी माला ने।
सत्संग में चलो हरे रामा।
जावन्न वाली है या दुनियां,जावन्न वाली है।
चरखी पर चढ़ गई डोर, नुआ दिन पाछो आयो रे।
कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
साँसा री डोरी म्हारी मनडे री माला।
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