स्वर्ग है घर के माही, बाहर तू भटके काई
Category: विविध भजन
आरती उतारू तेरी परम उद्घारा।
कमला में आई बहार, बहार मोरी सजनी, कमला में आई बहार।
उठो म्हारा माताजी उठो म्हारा पिताजी, नहाए धोए माला फेरो भगवान।
चरण में रखना शरण में रखना सदा ही अपनी लगन में रखना।
बरसो बरसो इंदर रूत आयगी।
भरोसे तेरे चल रही जिंदगी है
भरोसे तेरे चल रही जिंदगी है
ओ नर तेरा कोई नहीं संगी।
मोटे मोटे मिनिया री माला फेरी
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