संकट में बेरा पाटे से अपने और बीराने का।
Category: विविध भजन
अब काशी में लगे आवाज मोल कोई ले लो रे भैया
हो मेरा गुरु पाया ज्ञान रा प्याला,
आहे तने फेर मिलेंगे भगवान,
दान करिए दो रोटी का,
राम तेरी दुनिया में इंसान कर्म क्यों ऐसा करता है।
पीलो रे हरी नाम का प्याला रोग सभी मिट जाएंगे।
मानकों भूल गमायो रे,सवा लाख रो हीरो बंदा रेत रुलायो रे।
,महाने राम भजन रो कोड़ लावो में लेवा जी महे लेवां
बड़ा गहरा पानी है भवसागर में।
सारा दिन फोन चलावे मेरी बुढ़िया
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