एक रूपये में सीता ले लो एक रूपये में राम
Category: विविध भजन
किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया
तू माने या ना माने दिलदारा,असां ते तेनु रब मनया
कब देखूं नूर तुम्हारा, अब जग से कहां हमारा।
अपने तो अपने होते हैं।
चोखा सुगना में लीलन हिनहिनाई। तेजा देवे थाने युद्ध री बधाई।
जिस सायब ने सृष्टि रचाई, वो मालिक है सब के है माय
मात पिता की सेवा जैसा,
बन्दे और जगत में,
मात पिता की सेवा कर ले कर ले रे नादान।
पूछ लिया बात सारी जरनी ने।
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