बेटी कुल के दाग लगाइए ना, तेरे बाप का मान घटाइये ना।
Category: विविध भजन
जग में संत भला ही आया।
सांवरिया पारसनाथ शिखर पर भला विराज्या जी ।
सत्संगियों बेगा आओ, थे भजन राम रा गाओ।
सतगुरू सन्त कहावै
बन्ना ऐसे ना आऊं रजाई में ।बोलो क्या दोगे मुँह दिखलाई में।
जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे
मैं माला कैसे फेरूंली।
पिंजरो पटपट बोले रे ,थारा गोडा चट चट बोले रे।
दाने-दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम
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