सुख भी मुझे प्यारे है दुःख भी मुझे प्यारे है,
Category: विविध भजन
तूने अजब रचा भगवान महीना होली का।
उड़या उड़या ये गुलाल सखी आई होली,उड़या उड़या ये।
हरिदास रटो हरिदास रटो मन मूरख मेरे अंधा।
पीनी हे तो पी हरी नाम वाली पी,
सच पूछो तो मुझको नहीं है ज्ञान तुम्हारा।
मुझे किस विध लग गया दोष,बता दे सांवरिया,
आदु -आदु पंथ निवण पद मोटो ,संगत संतों वाळी करिया रे
दुनिया के दुःख हरने वाले,
भगवान को भी दुःख आन पड़ा,
हरी की कथा सुनाने वाले,
तुमको लाखों प्रणाम,
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