कहाँ से आया कहाँ जाओगे
खबर करो अपने तन की
Category: विविध भजन
गुरु मुरारी तने याद करे नर नार, के दर्शन कब दिखलाओगे
लाख करो कोशिश जाता हुआ, वक्त ना रुकता है,
जीव तू मत करना फिकरी ,
धम धम सीता महले चढे,
मनवा नहीं विचारी रे ।
थारी म्हारी करतां ऊमर ,
बीती सारी रे ।।
चली जा रही है ये जीवन की रेल,
फूल चढ़ाऊंगा, सर को झुकाऊंगा,
सजे है मेरे साईनाथ, बाबा शिरडी वाले…..
हरी बोल हरी बोल हरी हरी बोल,
साँझ सवेरे हरी हरी बोल,
आवत देखो तो अचक चढ़ी चली आई जमुना
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