कोटासर रे मांई ने ऊँचो बणीयो धाम,
Category: विविध भजन
चाबी ताले की बहना जनों जनों जाए मांगे…..
माता और पिता में ही भगवान है,
मरूधर धरती में गांव पिंपासर, आया श्री नंदकुमार, लोहट जी रे आंगणिये ।।
बंदा मत करो गर्व गुमान, अमर नहीं रहणें की काया,
में फूली नहीं समाई रे भोले धन के गुमान में,
सरवर पानी नानी चाली रे, कानुडा नानी चाली सरवरिया री तीर ।।
रात भैरो बाबा की जगायेंगे अखाड़ों भैरो बाबा को कराएँगे…
मैं नारायण घर ले आई अब मुझे किसी की कमी नहीं।
आज देवल में बाजा बाजे, बाजे मंदिर रे माई,
You must be logged in to post a comment.