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Prabhu pag pag sang chalna,प्रभु पग पग संग चलना हाथ सर पे सदा रखना

प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।हाथ सर पे सदा रखना, तेरे बिना ना कोई अपना। सच हो तुम बाकी सपना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।

संकट या दुख में कभी सामना होता है। जग छोड़ जाए लेकिन, तूं संग होता है। गहराता जाए निस दिन, विश्वास तेरा मुझ पे। दया क्षमा की कृपा करना, प्रभु जी मुझ पे। तू मेरा धन बल तू मेरी छाया है। जीवन का सार मैंने तुझ में ही पाया है ।प्रभु अवगुण मेरे हरना।हाथ सर पे सदा रखना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।

जब भी दो राहों पे, मन ये भटकता है। तेरा ही सुमिरन करके, मन शांत होता है। मोह का जाल जब-जब, माया ने डाला है। हर चक्रव्यूह से, प्रभु तुमने निकाला है। हावी न होने देना, इस जग का लोभ मन मे। क्षण भी ना खोने देना, धर्म का भाव मन से। अवगुण प्रभु सब हरना, हर भूल क्षमा करना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।

तेरी पूजा सा सुख, पाया ना मैं जग में। सुख तेरे दर्शन जैसा, देखा ना मैं जग में। मन का मनोबल मैं बंधन से पाया है। भक्ति ने तेरी मुझको कुंदन बनाया है। भक्ति न छूटे भगवंत अर्जी यह सुन लो। मुझको भी अपने प्रिय भक्तों में चुन लो। भले सुख से परे रखना, पर ना खुद से अलग करना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।

प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।हाथ सर पे सदा रखना, तेरे बिना ना कोई अपना। सच हो तुम बाकी सपना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।प्रभु पग पग संग चलना, हाथ सर पे सदा रखना।

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