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श्याम भजन लिरिक्स

Baba Shyam Ke Darbar faagun Mele ki bahar,बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार बाबा श्याम के,shyam bhajan

तर्ज,धमा

बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के। जो भी आए मेले माही, रिमझिम पड़े फुहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।

भांत भांत का इत्र चढ़त है, महक रहयो दरबार तेरो।भांत भांत का इत्र चढ़त है, महक रहयो दरबार तेरो।भांत भांत का इत्र चढ़त है, महक रहयो दरबार तेरो।भांत भांत का इत्र चढ़त है, महक रहयो दरबार तेरो। माखन मिश्री भोग लगत है, मेवा भर भर थाल, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।

सूरत प्यारी कृष्ण मुरारी, मीठी सी मुस्कान तेरी।सूरत प्यारी कृष्ण मुरारी, मीठी सी मुस्कान तेरी।सूरत प्यारी कृष्ण मुरारी, मीठी सी मुस्कान तेरी।सूरत प्यारी कृष्ण मुरारी, मीठी सी मुस्कान तेरी। ऐसी प्यारी चितवन जा पर, उज्जवल है बलिहार बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।

बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के। जो भी आए मेले माही, रिमझिम पड़े फुहार, बाबा श्याम के।बाबा श्याम के दरबार, फागुन मेले की बहार, बाबा श्याम के।

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