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Pardesi nahi hai Tharo bharoso by sunita swami,नहीं रे भरोसे रे  परदेसी थारो कई पतियारो रे

नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

बालू तेरी रेत, पवन तेरा खंबा रे। जारों कारीगर किर करा।परदेशी थारो कारीगर किर करा। ओ मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

लद गयो बानियों पड़ी रही हटिया रे।लद गयो बानियों पड़ी रही हटिया रे। हो वह तो जावत दे गए तालों, परदेसी थारो जावत दे गए तालों। ओ मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

बल गयो तेल बुझ गई बतिया रे।बल गयो तेल बुझ गई बतिया रे। हो अब सब जगह भयो अंधियारो, परदेसी थारो सब जगह भयो अंधियारो। ओ मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

लेन कटोरो दर-दर भटकी रे।लेन कटोरो दर-दर भटकी रे। हो कोई सांस मिलो ना उधारो, परदेसी थारो सांस मिलो ना उधारो।ओ मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

कहत कबीर सुनोभाई साधो रे। हो कोई राम भजयां निसतारों, परदेसी थारो राम भजयां निसतारों।ओ मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।नहीं रे भरोसे रे, परदेसी थारो कई पतियारो रे। तो मीठा बोले जारो नहीं रे भरोसो रे।परदेसी थारो कई पतियारो रे।

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