अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे उठो सासु खोलो किवाड़ी, म्हाने कलेवो गालों ओ राम। भूखे घर की राधा प्यारी, धाप्या घरों में आई ओ राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे टग टग राधा महला चढ़ गई, टांग टांगोट सो गई राम। गोकुल गढ़ से आया कान जी, म्हाने कलेवो घालो ओ राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे राधा तो बेटा ऊपर सूती, जाए कलेवा कर लो राम।टग टग कान्हो महला चढ़ गयो, साड़ी रो पल्लो पकडियो राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे उठो तो राधा करो कलेवो, माने कलेवो गालो राम। थारी माता बोल बोलिया, म्हारे कलेजे लागया राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे सास बहू तो सारे झगडे ,यूं ही जगत को झगड़ों राम।टग टग राधा महला उतरी, सासुरा पगला पकड़िया राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
सेनी रे सपूती राधा रानी, अमर चुड़लों राखो राम। छीके के नीचे दही पड़ीयो ,जाए कलेवो कर लो राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अब तो सासु पेट भर गयो ,घर में काम घणेरो राम। राधा प्यारी रो कलेवा गावे, जून 84 कट जावे राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।
अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।अरे नहावती धोवती मंदिर जाती, नित उठ दर्शन दर्शन करती ओ राम। पांच नाम हरि का लेवती, फिर घर में आवती हो राम।