कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
उजलो उज्लो रूप दियो बगुलन को ,कोयल कर दी कारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
बुगलो जात ब्राह्मण कहिजे।बुगलो जात ब्राह्मण कहिजे। कोयल जात सुनारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
नागर बेल फुल बिना तरसे। नागर बेल फुल बिना तरसे। तुंबा लगे हजारी है,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
चतुर नार पुत्र बिना तरसे।चतुर नार पुत्र बिना तरसे। फूहड़ जन-जन हारि,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
वेश्या ओढ़ शाल दुशाला।वेश्या ओढ़ शाल दुशाला। पतिव्रता फिरे उघाड़ी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
गर्व किया रतनगर सागर।गर्व किया रतनगर सागर। धीर खड़े कर डारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
मूरख को तुम ताज दियत हो ,पंडित फिरै ,भिखारी।
मृगन नाभ दिए कस्तूरी।मृगन नाभ दिए कस्तूरी।वन वन फिरै उजारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
गर्व किया था वन की चिरमी।मुखड़ा कर दीया कारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
गर्व किया था चकवा चकवी।गर्व किया था चकवा चकवी।रैन बिछेवा कर डारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
सूर श्याम मिलने की आशा।सूर श्याम मिलने की आशा।छिन छिन बीतत भारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
मीरा कहे सुनो रे सांवरा।मीरा कहे सुनो रे सांवरा।चरण कमल बलिहारी,कर्मन की गति न्यारी ।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।
कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।कर्मन की गति न्यारी ,कैसे लिखूं मुरारी।