कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा। भाग्य में लिखा जो अगर, एक भिखारी भी राजा बनेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।
रोज करता है जो नेक काम ,उसको मिल जाते हैं सच में राम।रोज करता है जो नेक काम ,उसको मिल जाते हैं सच में राम। जाना बैकुंठ जरूरी नहीं, इसी दुनिया में आकर मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।
किया जा तू अपना कर्म, यही जग में है तेरा धर्म।किया जा तू अपना कर्म, यही जग में है तेरा धर्म। तूने बोया यहां जैसा भी, उसका फल तुझको वैसा मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।
कुछ मिला है ना तकरार से ,काम बन जाते हैं प्यार से।कुछ मिला है ना तकरार से ,काम बन जाते हैं प्यार से। करता जैसा तू व्यवहार है, उससे तेरा परिचय मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।
तू पहाड़ों में फिरता है क्यों, जंगलों में भटकता है क्यों।तू पहाड़ों में फिरता है क्यों, जंगलों में भटकता है क्यों। जग के मालिक को ढूंढे कहां, वह तो तेरे ही दिल में मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।
कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा। भाग्य में लिखा जो अगर, एक भिखारी भी राजा बनेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।कोई कितना भी कर ले जतन, वक्त से पहले कुछ ना मिलेगा।