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राम भजन लिरिक्स

tek ek raghunath by devi chitralekhaji,कहो नानक ईहै जगत में टेक एक रघुनाथ,ram bhajan

कहो नानक ईहै जगत में, टेक एक रघुनाथ।

संग सखा सब तज गए, कोऊ ना मिलीयो साथ। कहो नानक ईहै जगत में, टेक एक रघुनाथ।कहो नानक ईहै जगत में, टेक एक रघुनाथ।कहो नानक ईहै विपत में, टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।

नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम।नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।नाम रहयो साधु रहयो ,रहयो गुरु गोविंद।।कहो नानक ईहै जगत में, कौन जपियो गुरु मंत्र।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।

राम नाम उर में रहयो,जाके सम नहीं कोई।राम नाम उर में रहयो,जाके सम नहीं कोई।राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम।राम नाम उर में रहयो,जाके सम नहीं कोई।राम नाम उर में रहयो,जाके सम नहीं कोई। जेही सिमरत संकट कटे, दरस तुम्हारे होय।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।टेक एक रघुनाथ।राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,राम नाम,

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