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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Tum kar solah singar Maiyaji mere Ghar aana by Sara Veera akhtar,तुम कर सोलह सिंगार मैया जी मेरे घर आना,durga bhajan

तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना। घर आना मैया घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

कमल से पांव में लगाकर अलता, साथ ले आना अपनी सरलता।कमल से पांव में लगाकर अलता, साथ ले आना अपनी सरलता। तुम कर मेरा उद्धार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

लाल चुनरिया आंख में काजल। छून छून करती पांव में पायल।लाल चुनरिया आंख में काजल। छून छून करती पांव में पायल। और गले में पहने हार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

कानों में झुमके पांव में बिछुड़ी। सोने के कंगन कांच की चूड़ी।कानों में झुमके पांव में बिछुड़ी। सोने के कंगन कांच की चूड़ी। सिंह पे होकर सवार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

संग सिंदूर के मांग में टीका। इसके बिना सिंगार है फीका।संग सिंदूर के मांग में टीका। इसके बिना सिंगार है फीका। मैं नित ही मनाऊं त्यौहार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।तुम कर सोलह सिंगार, मैया जी मेरे घर आना।

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