हां मैंने दुनिया में रंग देखे हैं, इश्क के सारे। के फिके लगे हैं सब रंग मुझे इनके आगे। जैसे कान्हा संग राधा है यह इश्क रे। संग शिव के मां गोरा है ये इश्क रे। दुनिया में सबसे सच्चा यही इश्क रे। दुनिया में सबसे मीठा यही इश्क रे।
जब से मैं दुनिया देखी, देखा ना ऐसा प्रेम रे।हो कान्हा मेरे राधा बनी और, राधा बने हैं श्याम रे। हां मेरी दुनिया में संग छूटे रे झूठे हैं सारे। जो साथ है मेरे वह है कृष्णा हमारे।जैसे कान्हा संग राधा है यह इश्क रे। संग शिव के मां गोरा है ये इश्क रे। दुनिया में सबसे सच्चा यही इश्क रे। दुनिया में सबसे मीठा यही इश्क रे।
माथे से लगा लूं हाथ, छूकर में पैर तेरे।हो दिल में बसे हो तुम, और इस मन में मेरे। मेरे कान्हा तुम, तुम मेरे ही हो। मेरे सारे दुख तुम सहते हो। हो ब्रज में हमारे, श्री राधा जो नाम पुकारे। जो नाम पुकारे चले आए श्याम हमारे।जैसे कान्हा संग राधा है यह इश्क रे। संग शिव के मां गोरा है ये इश्क रे। दुनिया में सबसे सच्चा यही इश्क रे। दुनिया में सबसे मीठा यही इश्क रे।