तर्ज, जयकारा गूंजे गली गली
उड़े इत्र अवीर गुलाल, सतरंगी फागुण आयो रे। सतरंगी फागण आयो रे, सतरंगी फागण आयो रे। होरी खेले लखदातार, सतरंगी फागण आयो रे।
फागण है रंग रंगीला रे, मेरा श्याम है छैल छबीला रे।फागण है रंग रंगीला रे, मेरा श्याम है छैल छबीला रे। रंग बरसे श्याम दरबार, सतरंगी फागण आयो रे। होरी खेले लखदातार, सतरंगी फागण आयो रे।
तन मन और अंग अंग रंगवाने, आए है श्याम के दीवाने।तन मन और अंग अंग रंगवाने, आए है श्याम के दीवाने। नीला पीला लाल गुलाल, सतरंगी फागण आयो रे। होरी खेले लखदातार, सतरंगी फागण आयो रे।
रंग ऐसा श्याम ने बरसायो, सूखा कोई बच ना पायो।रंग ऐसा श्याम ने बरसायो, सूखा कोई बच ना पायो। रंग गया ‘मधुप’ संसार, सतरंगी फागण आयो रे। होरी खेले लखदातार, सतरंगी फागण आयो रे।
उड़े इत्र अवीर गुलाल, सतरंगी फागुण आयो रे।सतरंगी फागण आयो रे, सतरंगी फागण आयो रे। होरी खेले लखदातार, सतरंगी फागण आयो रे।