हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके हो ओ।
बैठ के खाटू नगरी में ,खेल सब खेल रहया से वो।वो म्हारा करमा का लेखा, बठ्ठे से देख रहया से वो।बैठ के खाटू नगरी में ,खेल सब खेल रहया से वो।वो म्हारा करमा का लेखा, बठ्ठे से देख रहया से वो।नाच नाच के जो भी,बाबा ने रिझावेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके हो ओ।
बड़ी किस्मत वाले हैं वो,जो चल कीर्तन में आते हैं। श्याम की चौखट पर आकर मुरादे मन की पातें हैं।बड़ी किस्मत वाले हैं वो,जो चल कीर्तन में आते हैं। श्याम की चौखट पर आकर मुरादे मन की पातें हैं। बाबा की सेवा में जो दिन रात बिताएगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके हो ओ।
मैं भी इस बार फागुन में, श्याम मेले में जाऊंगा। ध्वजा हाथों में लेकर मैं ,संग परिवार आऊंगा।मैं भी इस बार फागुन में, श्याम मेले में जाऊंगा। ध्वजा हाथों में लेकर मैं ,संग परिवार आऊंगा। नाथ जी बाबा के संग नाचे गावगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके हो ओ।
हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा।अरे लिख के ले लो जबतक जीवे मौज उड़ावेगा।हर ग्यारस ने चलके हो ओ।