तर्ज,चालो देखन ने
पार्वती सु बोल्या शंकर ,धाम अयोध्या चालो ये।राम नाम रा सुमिरन करता ,नाचे बालाजी,चालो देखन ने। अयोध्या नगरी में, शिव शंकर बैठा, धूनी तापे रे,अयोध्या नगरी में।
अरे अब तो अयोध्या नगरी में, मीठी मुरली बाजे रे। अरे भक्तों रे संग राम मंदिर में ,कान्हा नाचे रे, अयोध्या नगरी मे। अयोध्या नगरी में, राधा के संग में कान्हो नाचे रे,अयोध्या नगरी में।अयोध्या नगरी में, शिव शंकर बैठा, धूनी तापे रे,अयोध्या नगरी में।
इन कलयुग री माईने ,भक्ता ने मोटो आसरो।इन कलयुग री माईने ,भक्ता ने मोटो आसरो। अरे दर्शन पावे शीश नवावे, हरि गुण गावे रे ,अयोध्या नगरी में।अयोध्या नगरी में, शिव शंकर बैठा, धूनी तापे रे,अयोध्या नगरी में।
पार्वती सु बोल्या शंकर ,धाम अयोध्या चालो ये।राम नाम रा सुमिरन करता ,नाचे बालाजी,चालो देखन ने। अयोध्या नगरी में, शिव शंकर बैठा, धूनी तापे रे,अयोध्या नगरी में।