तन पर रमावे भस्म भस्म, यह है भोले की रस्म रस्म।शंभो।तन पर रमावे भस्म भस्म, यह है भोले की रस्म रस्म।शंभो।
आई शिवरात्रि या, रात अति पावन है। विष पीने वाले देव, शिव जी निराले हैं।आई शिवरात्रि या, रात अति पावन है। विष पीने वाले देव, शिव जी निराले हैं। रहे हर पल भोला मस्त मस्त, काटे भक्तों के कष्ट कष्ट,रहे हर पल भोला मस्त मस्त, काटे भक्तों के कष्ट कष्ट,शंभो।
देवों के महादेव मेरे, बड़े ही दयालु हैं। कृपा निधान भोले, बड़े ही कृपालु है।देवों के महादेव मेरे, बड़े ही दयालु हैं। कृपा निधान भोले, बड़े ही कृपालु है। रावण को दिनही लंक लंक,गुंजा शिव दर पे शंख शंख,रावण को दिनही लंक लंक,गुंजा शिव दर पे शंख शंख,शंभो।
नेत्र तीसरा खुलता है इनका। इधर-उधर नहीं होवे तब तिनका।नेत्र तीसरा खुलता है इनका। इधर-उधर नहीं होवे तब तिनका। आजावे तब भूचाल-चाल, हिल जावे तब संसार सार,आजावे तब भूचाल-चाल, हिल जावे तब संसार सार,शंभो।
लखन चौधरी सदा शिव को मनावे ,सुनीता स्वामी नित गुण शिव के गावे।लखन चौधरी सदा शिव को मनावे ,सुनीता स्वामी नित गुण शिव के गावे। शिव रखे सर पर हाथ हाथ, देवे भक्ताै का साथ-साथ,शिव रखे सर पर हाथ हाथ, देवे भक्ताै का साथ-साथ,शंभो।
तन पर रमावे भस्म भस्म, यह है भोले की रस्म रस्म।शंभो।तन पर रमावे भस्म भस्म, यह है भोले की रस्म रस्म।शंभो।