शिव शंभू, शिव शंभू, शिव शिव शिव शिव शिव शंभू।शिव शंभू, शिव शंभू, शिव शिव शिव शिव शिव शंभू।
डम डमरू बाजेगा, बम बम भोला गाजेगा। हुड़दंग मचेगा नगरी में, हर भक्त भोले का नाचेगा। तांडव करेंगे ओढ भस्म, सब झूम झूम कर नाचेंगे। भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।
गंगा से अमृत बरस रहा, और चांद सुनहरा चमक रहा। शादी में चले हैं तीनों लोक,कैलाश में डमरू धमक रहा। भोले का डमरू धमक रहा, महाराज का डमरू धमक रहा। कैलाश में डमरू धमक रहा, डम डम डम डमरू धमक रहा। भूतों के संग महादेव चले, हो मस्त मलंग महादेव चले। आज शंख खुशी के बाजेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।
बिहाने चले हैं शिव गोरा को, सारा जग दे प्यार रहा। जटा से शिव है सजे हुए, और गले में नाग फूफकार रहा।जी गले में नाग फूफकार रहा।जी गले में नाग फूफकार रहा। महादेव का नाग फूफकार रहा, महाराज का नाग फूफकार रहा। भांग चलेगी अमृत बनकर, सब मिलजुल कर बाटेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।
देख शिवा मां बोली गौरा से, सब कुछ बड़ा अजब है हो रहा। नहीं बिहाऊंगी भोले से, यह अगढ अघोरी लग रहा।यह अगढ अघोरी लग रहा।यह अगढ अघोरी लग रहा।यह अगढ अघोरी लग रहा। फिर शिव ने सुंदर रूप धरा, और कहा गोरा संग नाचेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।भोलेनाथ की शादी है, सारे बाराती नाचेंगे।