सुख दुख हंस हंस सहना पड़ेगा। प्रभु रजा मे राजी,रहना,रहना रहना पड़ेगा।सुख दुख में बाबा के प्रेमी, ओ ,सुख दुख में बाबा के प्रेमी,हम तनिक नहीं घबराएंगे, हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।
सूरज यह निकलता है ,हर शाम को ढलता है। हम सबको यह बतलाता है,हम सबको यह बतलाता है। गर रात हुई प्यारे,तो दिन भी निकलेगा। तू काहे धीर गवाता है।तू काहे धीर गवाता है। हम करके भरोसा श्याम पे, किस्मत अपनी चमकाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।
जो बीत रहा पल पल, यह उसकी मर्जी है। काहे को हम सब फिक्र करें, काहे को हम सब फिक्र करें। उस शीश के दानी का, हार के सहारे का, हम क्यों ना भक्तों जिक्र करें।हम क्यों ना भक्तों जिक्र करें। हम श्याम सहारा लेकर ही, तूफानों से लड़ जायेंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।
सुख दुख हंस हंस सहना पड़ेगा। प्रभु रजा मे राजी,रहना,रहना रहना पड़ेगा।सुख दुख में बाबा के प्रेमी, ओ ,सुख दुख में बाबा के प्रेमी,हम तनिक नहीं घबराएंगे, हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।
दुख जिसने दिया हमको, दुख वही काटेगा। जीने की राह दिखाएगा, जीने की राह दिखाएगा। दुख सारे मिटा करके, सुख को ही बाटेगा। चेहरे पर हंसी लौटाएगा,चेहरे पर हंसी लौटाएगा। आकर के रोमी श्याम प्रभु जब सिर पर हाथ फिराएगा।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।
सुख दुख हंस हंस सहना पड़ेगा। प्रभु रजा मे राजी,रहना,रहना रहना पड़ेगा।सुख दुख में बाबा के प्रेमी, ओ ,सुख दुख में बाबा के प्रेमी,हम तनिक नहीं घबराएंगे, हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।हम आगे बढ़ते जाएंगे।