तर्ज, मैंने पायल जो छनकाई
पावन मंगल बेला आई, घर में बाज रही शहनाई।पावन मंगल बेला आई, घर में बाज रही शहनाई।आसी बाबुल को परिवार, भरने मायरो घनो जोरदार।भरने मायरो घनो जोरदार।
कद से मैं बाट निहारू, रोज अंगना ने बुहारूं। साचे दिल से पुकारू , ओ आजा आ आ।कद से मैं बाट निहारू, रोज अंगना ने बुहारूं। साचे दिल से पुकारू , ओ आजा आ आ। सांची प्रीत की रीत निभा जा, आकर हिवडे धीर बांधा जा।सांची प्रीत की रीत निभा जा, आकर हिवडे धीर बांधा जा।आसी बाबुल को परिवार, भरने मायरो घनो जोरदार।भरने मायरो घनो जोरदार।
ब्याह की शुभ घड़ियां आई, अब तो आज मेरे भाई। देर लगावे काई, ओ आजा आ आ।ब्याह की शुभ घड़ियां आई, अब तो आज मेरे भाई। देर लगावे काई, ओ आजा आ आ। वीरा बांध पागड़ी आई जो, सागे लाल चुनरिया लाई जो।वीरा बांध पागड़ी आई जो, सागे लाल चुनरिया लाई जो।आसी बाबुल को परिवार, भरने मायरो घनो जोरदार।भरने मायरो घनो जोरदार।
राखी की लाज बचायो,बाबुल को फर्ज निभायो। सोनी सी चुनर लायो, ओ वीरा आ आ।राखी की लाज बचायो,बाबुल को फर्ज निभायो। सोनी सी चुनर लायो, ओ वीरा आ आ। बीरो भात मोकलो लायो,सासरिया में मान बढ़ायो।बीरो भात मोकलो लायो,सासरिया में मान बढ़ायो। आयो पीहर को परिवार, भरने मायरो घनो जोरदार।भरने मायरो घनो जोरदार।
पावन मंगल बेला आई, घर में बाज रही शहनाई।पावन मंगल बेला आई, घर में बाज रही शहनाई।आसी बाबुल को परिवार, भरने मायरो घनो जोरदार।भरने मायरो घनो जोरदार।