तर्ज,धमाल
कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।भरती ने रे पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।
शहर की पनिहारन सीर पे पीतल की रे टोकनी।शहर की पनिहारन सीर पे पीतल की रे टोकनी।अरे दूसरो ना चारो जावे रिस मरती रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।
घडले सु तो पाणी ल्याऊं, सखियां ताना मारे रे।घडले सु तो पाणी ल्याऊं, सखियां ताना मारे रे।अरे लाज आवे है पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।
टोकनी पित्तल की म्हाने ल्या दो जी भरतार जी।टोकनी पित्तल की म्हाने ल्या दो जी भरतार जी।अरे पूछो म्हारो हाल माता देवकी ने,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।
पीवजी ल्याया टोकनी, जाऊं पनिहारण साथ में।पीवजी ल्याया टोकनी, जाऊं पनिहारण साथ में। पानिडो भर ल्याऊँ साहब जी रे पीवन ने,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।
कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।भरती ने रे पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।कान्हो मारे रे पणिहारी पाणी भरती ने रे,कान्हो मारे रे।