ना में जानू आरती वंदन,ना पूजा की रीत,
हैं अनजानी दरस दीवानी,मेरी पागल प्रीत।
लिए रे मैंने दो नैनों के,दीपक लिए संजोय,
आए री में तो प्रेम दीवानी,मेरा दर्द ना जाने कोये।
आशा के फूलों की माला,साँसों के संगीत,
इन पर फूली चली रिझाने,अपने मन का मीत।
आए री मैंने नैन डोर मैं,सपने लिए पिरोये
आए री में तो प्रेम दीवानी,मेरा दर्द ना जाने कोये।
घायल की गति घायल जानें, जो कोई घायल होय।जौहरी की गति जौहरी जानें, कि जिन जौहर होय।लिए री मैंने दो नैनों दीपक लिए संजोए।आए री में तो प्रेम दीवानी,मेरा दर्द ना जाने कोये।
सूली उपर सेज हमारी, सोवन किस बिध होय।
गगन मंडल पर सेज पिया कि , मिलना किस बीद होय।लिए रे मैंने दो नैनों के,दीपक लिए संजोय।आए री में तो प्रेम दीवानी,मेरा दर्द ना जाने कोये।
दरद की मारी में बन बन डोलूं, बैद मिल्यो न कोई।मीरा की प्रभु पीर मिटेगी जद बैद सांवरिया होय।लिए रे मैंने दो नैनों के,दीपक लिए संजोय,
आए री में तो प्रेम दीवानी,मेरा दर्द ना जाने कोये।
आए री में तो प्रेम दीवानी
मेरा दर्द ना जाने कोये।आए री में तो प्रेम दीवानी
मेरा दर्द ना जाने कोये
आए री में तो प्रेम दीवानी
मेरा दर्द ना जाने कोये।