महादेव तेरी मस्ती में, भोलेनाथ तेरी भक्ति में।महादेव तेरी मस्ती में, भोलेनाथ तेरी भक्ति में।जो मजा है काहे में नहीं। जो नशा है काहे में नहीं।
तू जटिल तू सरल, तू गति तूं अटल। तेरे में सृष्टि सृष्टि में तू, तू है कण कण तू शक्ल।तू जटिल तू सरल, तू गति तूं अटल। तेरे में सृष्टि सृष्टि में तू, तू है कण कण तू शक्ल। तू अजर तू अमर, तू है आदी तू है अंत। तु एकल था आज भी, और होगा तू एकल। तीन लोक के नाथ मेरे, महाकाल तेरी स्तुति में।तीन लोक के नाथ मेरे, महाकाल तेरी स्तुति में,जो मजा है काहे में नहीं। जो नशा है काहे में नहीं।
तेरे ते ही मेरे जीवन ने मिला अर्थ है। तू नहीं तो मेरा होना भी व्यर्थ है।तेरे ते ही मेरे जीवन ने मिला अर्थ है। तू नहीं तो मेरा होना भी व्यर्थ है। राखिए बस तू मने अपने चरना के में, तेरे ते दूर होकर जिंदगी नरक है। हर समय और हर क्षण में, काशीनाथ तेरे सुमिरन में।हर समय और हर क्षण में, काशीनाथ तेरे सुमिरन में,जो मजा है काहे में नहीं। जो नशा है काहे में नहीं।
महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।महादेव हर हर महादेव।