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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kripa ki Jo aadat hai prabhuji tumhari by prakash gandhi ,कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,krishna bhajan

कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी। तभी पार लगती है नैया हमारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

शबरी के झूठे बेर जो खाए।शबरी के झूठे बेर जो खाए। जन्म जन्म के पाप मिटाए। जनम जनम के पाप मिटाए। यही तो है करुणा प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

मीराबाई की गई विश का प्याला।मीराबाई की गई विश का प्याला। रखवाले थे दीन दयाला। रखवाले थे दीन दयाला। विष हुआ अमित कृपा से तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

प्रभु जी तुम्हारे हैं चरणों के चाकर।प्रभु जी तुम्हारे हैं चरणों के चाकर। दीनों को देओ प्रभु दर्शन आकर।दीनों को देओ प्रभु दर्शन आकर। जन्मो जन्म तक रहेंगे आभारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी। तभी पार लगती है नैया हमारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।

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