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राम भजन लिरिक्स

Ram anthem by Shankar Mahadevan shaan kailash kher, हे भारत के राम बिराजो अपने धाम,ram bhajan

हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम

आगमन आगमन आगमन, हुवा है राम आगमन खिली धरा खिला गगन। महक रहा भूवन भूवन। लो हाथ में श्रद्धा सुमन।

उठो चलो छुओ चरण, झुका के सर करो नमन।करो नमन,करो नमन,करो नमन। हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

हे मर्यादा पुरुषोत्तम तुम्हें बारंबार प्रणाम।बारंबार प्रणाम।जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

पावनता से कण कण पूरे ,रामलला मंदिर में बसे हैं।रामलला मंदिर में बसे हैं। आशाओं के दीप जले हैं ,राम राज्य के सपने सजे हैं।राम राज्य के सपने सजे हैं। हो सौरभ सौरभ मन का उपवन ,हर्षित सुबह शाम।हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि।
मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ ।

राम राष्ट्र भारत से देखो, राम राज्य का बिगुल बजेगा।राम राज्य का बिगुल बजेगा। राम राज्य से भारत फिर से, सारे विश्व का गुरु बनेगा।सारे विश्व का गुरु बनेगा। है आतंक से मुक्ति दिलाए गा रघुवर का नाम।हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

उठो चलो अब धनुष उठाओ, असुरों का संघार करो।असुरों का संघार करो। जननी जन्मभूमि को पूजो, माटी का सत्कार करो।माटी का सत्कार करो। वहे शांति और सुख की धारा, धरा पर अब अभिराम।हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

सोई शक्ति जगी जन जन की, धर्म चेतना सबर बनी।धर्म चेतना सबर बने। धर्म पताका जब-जब फैले, धर्म सनातन प्रबल बने।धर्म सनातन प्रबल बने। बजे सनातन धर्म का डंका दसों दिस आठों याम।हे भारत के राम, बिराजो अपने धाम।बिराजो अपने धाम। जय श्री राम जय जय राम।जय श्री राम जय जय राम।

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