तर्ज, जहां मैं जाती हूं वहीं चले आते हो
सपनों में मैया मेरी रोज चली आती है। आंख खुल जाने पर कहां छुप जाती है। यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।
हो मेरी मैया ,तेरे चरण धुलाने आ गए।हो मेरी मैया ,तेरे चरण धुलाने आ गए। चरण धुलाऊं बस जाओ मेरे मन में ,ओढ़ के दुपट्टा रंग लाओ मेरे मन में।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।
हो मेरी मैया तुझे तिलक लगाने आ गए।हो मेरी मैया तुझे तिलक लगाने आ गए।तिलक लगाऊं बस जाओ मेरे मन में ,ओढ़ के दुपट्टा रंग लाओ मेरे मन में।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।
हो मेरी मैया तुझे भोग लगाने आ गए।हो मेरी मैया तुझे भोग लगाने आ गए।भोग लगाऊं बस जाओ मेरे मन में ,ओढ़ के दुपट्टा रंग लाओ मेरे मन में।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।
सपनों में मैया मेरी रोज चली आती है। आंख खुल जाने पर कहां छुप जाती है। यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।यह तो बताओ मेरी मां, तेरे सिवा मेरा कौन है।