ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे,बाग भक्ति का लगाई रे ।ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे,बाग भक्ति का लगाई रे ।
काहे की धरती काहे का अम्बर। काहे का बना संसार ,बाग भक्ति का लगाइयो रे।
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे।ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे,बाग भक्ति का लगाई रे ।
पाप की धरती धर्म का अम्बर, अरे मतलब का है संसार,बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे।ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे,बाग भक्ति का लगाई रे ।
काहे की नाव कौन खेवटिया अरे तू तो कहे से उतरे पार
बाग भक्ति का लगाइयो रे
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे
सेवा की नाव दान खेवटिया, अरे कर्मों से उतरे पार,बाग भक्ति का लगाइयो रे।
ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे।ए री बहना सतगुरु दे गए ज्ञान बाग भक्ति का लगाइयो रे,बाग भक्ति का लगाई रे ।