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Jaawe jawani aave budhapo ,जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,

जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे

जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,मनडा में चेतो कर लो आप रे। आयो अकेलो जग में जासी अकेलो जीवड़ा रे, कुन है बेटो कुन है बाप रे। झूठों जगत रचाईयो रे ,भाईडा महारा रे, छोड़ो थे मोह माया रो जाल रे।

बालपन बीतयो हंसता खेलता जवानी माही रे, बस में कर रखियो तने नारी रे आयो बुढ़ापो थारो कोई धनी नहीं धोरी रे, ना सुने हैं कोई बात रे।जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,मनडा में चेतो कर लो आप रे। आयो अकेलो जग में जासी अकेलो जीवड़ा रे, कुन है बेटो कुन है बाप रे। झूठों जगत रचाईयो रे ,भाईडा महारा रे, छोड़ो थे मोह माया रो जाल रे।

कदर नहीं ना घर के माय बुढ़ापा माही रे, आवे सांवरियो अब याद रे। राम रे नाम री भक्ति करी नहीं पहले तू रे, अब नहीं आवे थारे काम रे।जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,मनडा में चेतो कर लो आप रे। आयो अकेलो जग में जासी अकेलो जीवड़ा रे, कुन है बेटो कुन है बाप रे। झूठों जगत रचाईयो रे ,भाईडा महारा रे, छोड़ो थे मोह माया रो जाल रे।

मोड़ो कर दिनों बंदा राम भजबा री बेला रे। तू खुद ही रखी एडी लार रे। दौड़ियों तू धन रे लारे सोचीयो ना खुद रे बारे मैं, यमडा तो उभा थारे लार रे।जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,मनडा में चेतो कर लो आप रे। आयो अकेलो जग में जासी अकेलो जीवड़ा रे, कुन है बेटो कुन है बाप रे। झूठों जगत रचाईयो रे ,भाईडा महारा रे, छोड़ो थे मोह माया रो जाल रे।

सब रो है एक ठिकानों प्रभु श्री राम रो द्वारो, हर दिन थे उन रो कर लो जाप रे। लखन चौधरी लिखे सुनीता स्वामी गावे, भजन में रहो मत थे लार रे।जावे जवानी थारी आवे बुढ़ापे दोडो रे ,मनडा में चेतो कर लो आप रे। आयो अकेलो जग में जासी अकेलो जीवड़ा रे, कुन है बेटो कुन है बाप रे। झूठों जगत रचाईयो रे ,भाईडा महारा रे, छोड़ो थे मोह माया रो जाल रे।

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