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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanha gendadli khelan ne mati ja re,कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे रमण ने मत जा ये जसोदा बरजे घणी रे घणी,krishna bhajan

कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।कन्हैया कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

पुष्प गेंद हरी दियो रे टोटकों जाए पड़ी संमदा।रामजी जाए पड़ी संमदा। देख सूरत मन डर घनो लागे, अधबीच फिरे कालो नाग,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

कौन देश से आयो रे कान्हा कौन तुम्हारा गांव।कौन देश से आयो रे कान्हा कौन तुम्हारा गांव।रामजी कौन तुम्हारा गांव। किसेरा जाया पुत्र कहिजे काई रे तुम्हारा नाम,जसोदा बरजे घणी रे घणी। कंहैया काई रे तुम्हारा नाम,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

उत्तर देश से आयो रे नागिन , गोकुल म्हारो गांव। रामजी गोकुल म्हारो गांव। नंद बाबा रो पुत्र कहिजे कृष्ण कन्हैया म्हारो नाम,जसोदा बरजे घणी रे घणी।रामजी कृष्ण कन्हैया म्हारो नाम,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

ले जा रे बाला हार हीरा रो, और मोतियन री माल।रामजी और मोतियन री माल। सूरत देख मने डर घणो लागे, उठ डसगो जब कालो नाग,जसोदा बरजे घणी रे घणी।रामजी डसगो जब कालो नाग,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

नहीं चाहिए मने हार हीरा रो और मोतियांरी माला।रामजी और मोतियांरी माला। जाय जगा दे थारे नाथ ने रे, में आयो इन रे ही काम,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

शेष फन ने वश में रिया शेष हाथ धरा आप ने। पांव तले हरी नाग नाथियो, फन फन नृत्य राए,जसोदा बरजे घणी रे घणी।रामजी फन फन नृत्य कराए,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

नाग नाथ हरि बाहर आया, लोग तमाशा देखन आया।लाल दास बांसी में गावे, हरि जी री महिमा अपरंपार,जसोदा बरजे घणी रे घणी।कान्हा गेंदडली खेलन ने मत जा रे, रमण ने मत जा ये, जसोदा बरजे घणी रे घणी।

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