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विविध भजन

Koi Pita na beti Rakh saka,कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

सीता के पिता जनक जी थे, था राजपाट दौलत भारी।सीता के पिता जनक जी थे, था राजपाट दौलत भारी। लेकिन बेटी ना रख सके बन बन भटकी वह बेचारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

गौरा के पिता हिमाचल थे, था राजपाट दौलत भारी।गौरा के पिता हिमाचल थे, था राजपाट दौलत भारी। घर में ही उनका अपमान हुआ कूदी ही हवन कुंड में बेचारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

जब एक ही मां और एक पिता, होते हैं बेटा बेटी के।जब एक ही मां और एक पिता, होते हैं बेटा बेटी के। बेटे को सब घर बार मिले बेटी की ना हो हिस्सेदारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।कोई पिता ने बेटी रख सका चाहे जितनी हो साहूकारी।

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