तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।
राधा रूठी रुकमणी रूठी। सत्यभामा तो अकड़ कर बैठी।राधा रूठी रुकमणी रूठी। सत्यभामा तो अकड़ कर बैठी। तुलसा रानी ने श्याम पटाय लियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।
हरे हरे पत्तो की शोभा निराली ।मंजरी की है खुशबू प्यारी प्यारी।हरे हरे पत्तो की शोभा निराली ।मंजरी की है खुशबू प्यारी प्यारी। कान्हा के मन को लुभाय लियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।
मोहन को तुलसा प्राणों से प्यारी। ये तो जानें दुनियां सारी ।मोहन को तुलसा प्राणों से प्यारी। ये तो जानें दुनियां सारी ।तुलसी बिना भोग नहीं लियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।
जिसके अंगना मै तुलसी विराजी। रोग दोष सब घर से भागे।जिसके अंगना मै तुलसी विराजी। रोग दोष सब घर से भागे। तुलसा रानी ने सबको तार दियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।
तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।तुलसा रानी ने देखो गजब कियो रे।मन मोहन को अपनो बनाए लियो रे।