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विविध भजन

karo karo Ri Sakhi  snan Kartik mahine mein,करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

करो करो री सखी री स्नान कार्तिक महीने में।

करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

सब तीरथ में तीर्थ बड़े हैं।सब तीरथ में तीर्थ बड़े हैं। चलो चलो रे तीर्थ प्रयाग कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

काहे का सखी तुमने दिवला बनाया।काहे का सखी तुमने दिवला बनाया। काहे की बनी बाती कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

माटी का मैं दिवला बनाया।माटी का मैं दिवला बनाया। रूई की बनी बाती कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

कौन सुहागन कौन सपुती। कौन सुहागन कौन सपुती। कौन जगावे रात कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

मैं हूं सुहागन मैं हूं सपूती।मैं हूं सुहागन मैं हूं सपूती। मैं ही जगाऊं रात कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी  स्नान कार्तिक महीने में।

कौन प्रभु की आरती गावे।कौन प्रभु की आरती गावे। किसका लगावे भोग कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।

श्री रामचंद्र जी की आरती गावे।श्री रामचंद्र जी की आरती गावे। भक्त लगावे छप्पन भोग कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।

करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।करो करो री सखी स्नान कार्तिक महीने में।

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