अलबेली स्वामिनी राधा
अब दूर करो भव बाधा
अब दूर करो भव बाधा।
अलबेली स्वामिनी राधा
अब दूर करो भव बाधा
अब दूर करो भव बाधा।
कीरत वृषभानु दुलारी
हम आए शरण टिहरी
अब रखो लाज हमारी
करुणा माई गुणन अगाढ़ा
अब दूर करो भव बाधा
अलबेली स्वामिनी राधा
अब दूर करो भव बाधा।
राधा राधा ओ राधा राधा
राधा राधा राधा ओ राधा,
तुम निजपान माही निहारो
माँ अवगुण चिट ना विचारो
सब बिगड़े काज सांवरो
तुम बहुतान के कृत साधा
अब दूर करो भव बाधा,अलबेली स्वामिनी राधा
अब दूर करो भव बाधा।
हम दीन दुखी है ताडे
अब आए तेरे द्वारे
तुम सबके काज सांवरे
जो तुमको आराधा
अब दूर करो भव बाधा,
अलबेली स्वामिनी राधा
अब दूर करो भव बाधा,