मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की। मैने छोड़ दी अब तो चिंता, सारे संसार की।मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।
तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया, तेरी ही महिमा गांऊं।तेरी याद में डूबी रहूँ मैं भक्ति में खो जाऊं।तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया, तेरी ही महिमा गांऊं।तेरी याद में डूबी रहूँ मैं भक्ति में खो जाऊं। सांसों में तेरा नाम वसा, सुद ना घरवार की। मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।
मन का मेरे मायूरा अम्बे, उड उड द्वार पे जाये। दुनिया के सुख चैन ना मैया मन को मेरे लुभाये।मन का मेरे मायूरा अम्बे, उड उड द्वार पे जाये। दुनिया के सुख चैन ना मैया मन को मेरे लुभाये। कानो मे बस गूंज उठे तेरे जय जयकार की । मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।
माटी में मिल जाये कही ना अरमानो के मोती। हृदय में मेरे सदा विराजे मां तेरी पावन ज्योती। केवल अब अंखिया प्यासी तेरे दीदार की । मै तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।
मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की। मैने छोड़ दी अब तो चिंता, सारे संसार की।मैं तो जोगन बन गयी मैया तेरे दरबार की।