ले मोर छड़ी हाथों में खाटू वाला रे। भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।
खाटू में सज कर बैठा लीले का वो दातारि। एक झलक पागल करती सच्ची इसकी सरकारी।खाटू में सज कर बैठा लीले का वो दातारि। एक झलक पागल करती सच्ची इसकी सरकारी। हारे का बनता सहारा जग से निराला रे।भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।ले मोर छड़ी हाथों में खाटू वाला रे। भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।
नैना इसके कजरारे मुस्कान भी है नखराली। है चाल मोर सी सुंदर दिखती है बड़ी निराली।नैना इसके कजरारे मुस्कान भी है नखराली। है चाल मोर सी सुंदर दिखती है बड़ी निराली। इनके दर्शन पता कोई किस्मत वाला रे।भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।ले मोर छड़ी हाथों में खाटू वाला रे। भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।
सारी दुनिया का खाता रखता अपने हाथों में। नीरज भी इनसे पाता ना बहलाता बातों में।सारी दुनिया का खाता रखता अपने हाथों में। नीरज भी इनसे पाता ना बहलाता बातों में। भगत भी नीत जपते इनकी माला रे।भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।ले मोर छड़ी हाथों में खाटू वाला रे। भक्तों के काम बना दे लिले वाला रे। भक्तों के काज सांवारे नीले वाला रे।