पैरा पायल बाजनी और माथे तिलक लगायो है। प्रेम प्रीत री घोली केसर मेहंदी रो रंग छायो है।पैरा पायल बाजनी और माथे तिलक लगायो है। प्रेम प्रीत री घोली केसर मेहंदी रो रंग छायो है। उबटन रो सब थाल सजायो घर आंगन महकायो है। हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।
कोमल बहिया म्हारी बनीरी हल्दी रो थे लेप लगाओ। नाजुक सी कलाइयां ने पीला रंग से खूब सजाओ।कोमल बहिया म्हारी बनीरी हल्दी रो थे लेप लगाओ। नाजुक सी कलाइयां ने पीला रंग से खूब सजाओ। हल्दी रो यो रंग सुरंगों, मन म्हारे ने भायो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।
तन पर पीला बस्तर साजे, मुखडो बनी रो चांद सो लागे। मंद मंद बैठी मुसकावे, कोई बनी से ना नजर हटावे।तन पर पीला बस्तर साजे, मुखडो बनी रो चांद सो लागे। मंद मंद बैठी मुसकावे, कोई बनी से ना नजर हटावे। इत्र और गुलाब बनी रे खातिर ही मंगवायो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।
पैरा पायल बाजनी और माथे तिलक लगायो है। प्रेम प्रीत री घोली केसर मेहंदी रो रंग छायो है।पैरा पायल बाजनी और माथे तिलक लगायो है। प्रेम प्रीत री घोली केसर मेहंदी रो रंग छायो है। उबटन रो सब थाल सजायो घर आंगन महकायो है। हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।हल्दी लगाओ आज सखी री शुभ दिन आयो है।