बागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊं!मैं किसके लिए बनाऊ ,मैं किसके लिए बनाऊं lबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
गणपत के लिए बनाऊं ,रिद्धि सिद्धि के लिए बनाऊंlवह तो चले गए ससुराल ,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
ब्रह्मा के लिए बनाऊं ,ब्राह्मणी के लिए बनाऊं,वो तो चले गए ब्रह्मलोक ,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
विष्णु के लिए बनाऊं ,लक्ष्मी के लिए बनाऊं lवो तो धन बरसाए दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
राम के लिए बनाऊं,सीता के लिए बनाऊं lवो तो चले गए बनवास ,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
शंकर के लिए बनाऊं,गौरा मैया के लिए बनाऊंlवो तो चले गए कैलाश,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
कान्हा के लिए बनाऊं ,राधा के लिए बनाऊंl वो तो चले गए मथुरा धाम ,माला किसके लिए बनाऊंlबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl
बागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊं!मैं किसके लिए बनाऊ ,मैं किसके लिए बनाऊं lबागों में फूल खिले दिन रात ,माला किसके लिए बनाऊंl