तर्ज, फरियाद मेरी सुन के
सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।
तुमको अपने दिल की फरियाद सुनाती हू। तेरे दर पर आकर मैं नित शीश झुकाती हू।तुमको अपने दिल की फरियाद सुनाती हू। तेरे दर पर आकर मैं नित शीश झुकाती हू। क्यों भूल गए भगवन यह मैंने नहीं जाना।आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।
मेरी जीवन नैया के प्रभु तुम ही खेवईया हो। जग के रखवाले हो भव पार लगाइया हो।मेरी जीवन नैया के प्रभु तुम ही खेवईया हो। जग के रखवाले हो भव पार लगाइया हो। होकर के मूषक पर असवार चले आना।आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।
तुम बिन नहीं कोई मेरा, एक तुम ही सहारा हो। इस जीवन को मैंने तुम पर ही वारा है।तुम बिन नहीं कोई मेरा, एक तुम ही सहारा हो। इस जीवन को मैंने तुम पर ही वारा है। मैं ध्यान धरु तेरा भव पार लगा जाना।आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।
नैनों में भरे आंसू क्यों देर लगाते हो। क्या भूल हुई हमसे हमें क्यों न बताते हो।नैनों में भरे आंसू क्यों देर लगाते हो। क्या भूल हुई हमसे हमें क्यों न बताते हो। अब कृपा करो गणपति सुनकर मेरा अफसाना।आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।
सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।सुन करके मेरी विनती गणराज चले आना। आकर के तुम मेरी प्रभु बिगड़ी बना जाना।