तर्ज, अंबे तू है जगदंबे काली
बाबा राम रुणिचे वाला,
गळ विच मोतियन की माळा,
हाथ लियो हो भाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती।
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती,
बाबा राम रुणिचे वाला,
गळ विच मोतियन की माळा,
हाथ लियो हो भाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती।
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
घिरत मिठाई थारे चढ़े चूरमा,
धूपां री महकार पड़े,
झीणा तम्बूरा थारे नौबत बाजे,
झालर री झणकार पड़े,
माता नैणा दे रा लाला,
लीले घोड़लिये वाला,
भगता रा हो रखवाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती,
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
गंगा ने जमुना बहे सरस्वती,
राम देव बाबो असनान करे,
दूरा रा देशा रा आवे जातरी,
दरगाह रे आके नमन करे,
माता नैणा दे रा लाला,
लीले घोड़लिये वाला,
भगता रा हो रखवाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती,
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
आंधलिया ने आंख्यां देवे,
पांगलिया ने पाँव जी,
कोढ़ियाँ रा कष्ट मिटावे,
रुणिचे रा श्याम जी,
माता नैणा दे रा लाला,
लीले घोड़लिये वाला,
भगता रा हो रखवाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती,
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
थारे रे चरणां में,
भाटी हरजी बोलिया,
नवर खण्डों निशान झूरे,
चार कूंट और चौदह भवन में,
धणिया थारी थारी चँवर,
माता नैणा दे रा लाला,
लीले घोड़लिये वाला,
भगता रा हो रखवाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती,
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
लाछा ने सुगना करे आरती,
हरजी चँवर ढुलावे जी,
भाव भक्ति स्यूं जो कोई ध्यावे,
मनवांछित फल पावे जी,
माता नैणा दे रा लाला,
लीले घोड़लिये वाला,
भगता रा हो रखवाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती,
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।
बाबा राम रुणिचे वाला,
गळ विच मोतियन की माळा,
हाथ लियो हो भाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती।
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती,
बाबा राम रुणिचे वाला,
गळ विच मोतियन की माळा,
हाथ लियो हो भाला,
रिमझिम उतारूं थारी आरती।
हो बाबा,रिम झिम उतारूँ थारी आरती।