दुनियां की खबर ना रही तन को भुला दिया ॥किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।
दुनियां की खबर ना रही तन को भुला दिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।
रहता था पास में सदा लेकिन छिपा हुवा।रहता था पास में सदा लेकिन छिपा हुवा।
करके दया दयाल ने परदा उठा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।
सूरज वो था न चांद था बिजली न थी वहां।सूरज वो था न चांद था बिजली न थी वहां।
एकदम वो अजब शान का जलवा दिखा दिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।
फिरके वो आंख खोलकर ढुंडन लगा उसे।फिरके वो आंख खोलकर ढुंडन लगा उसे।
गायब था नजर से सोई फिर पास पा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।
करके कसूर माफ़ मेरे जन्म जन्म के।करके कसूर माफ़ मेरे जन्म जन्म के।
ब्रम्हानंद अपने चरण में मुझको लगा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।किस देवता ने आज मेरा दिल चुरा लिया।