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श्याम भजन लिरिक्स

Ghodaliyo bhagao shyam Vipda bhari aayi hai,घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है,shyam bhajan

घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है,

तर्ज, दीनानाथ मेरी बात

घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है। दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।

विपदा से डर लागे कोनी डर लागे थारी लाज से। छूटेगी पतवार ये कईयां बाबा थारे हाथ से।विपदा से डर लागे कोनी डर लागे थारी लाज से। छूटेगी पतवार ये कईयां बाबा थारे हाथ से। यही चिंता फिक्री म्हाने हरदम हर पल खाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है। दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।

पांव पांव में धरूं सोचतो थारे कानी देखतो ।घीर बांधावे प्रेमी थारा जद भी बाबा रोवतो।पांव पांव में धरूं सोचतो थारे कानी देखतो ।घीर बांधावे प्रेमी थारा जद भी बाबा रोवतो। कितना के ही विपदा में थारी भक्ति आडी आई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है। दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।

थारे से ही आस अब तो थारे पर विश्वास है। सारे भक्तों को तो बाबा लागे तू कुछ खास है।थारे से ही आस अब तो थारे पर विश्वास है। सारे भक्तों को तो बाबा लागे तू कुछ खास है। रवि सांवरा रो रो कर थासू फरियाद लगाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।घोड़लियो भगाओ श्याम विपदा भारी आई है। दुखड़ा कि या घोर बदली म्हारे सिर पर छाई है।

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