चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
चरखा तेरा रंग रंगीला पीडा लाल गुलाल, कातण आली श्याम सुन्दरी मुड तुड घाले ताण, चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
उंचे टीले हलिया बैठा बैल गऊ के पेट, हाली झूलै पालणे रूटियारी जा ली खेत, चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
सास कुवांरी बहू पेट में, ननद पंजीरी खा, बाटण आली के छौरा होगा, बांझ खिलावण जा, चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
बेटी बोली बाबूल ते, कोए अणजाया वर ला, अणजाया वर नहीं मिला तो तेरा मेरा ब्याह, चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
श्री लख्मीचंद का गुरु मानसिंह, संत मिला अलबेला, जो इस भजन का अर्थ बता दें, वो सही गुरू का चेला।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।
चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।चरखले आली तेरा चरखा बोलै ओम् नाम तू जप ले तूही तूही।