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विविध भजन

Char char sakhiya Ghar me baithi bhajno me doy ghadi Belo ram,चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

पहले बिंदनी सासू जी से किनी,भजनों में दोए घड़ी बेलो राम। पहले बहू म्हारा घर रा धंधा, भजना में पाछे जाओ राम। म्हारे घर रा धंधा रो पार नहीं आवे भजना मे कब जाऊं ओ राम।चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

दूजी बिंदनी जीठानियां से किनी,भजनों में दोए घड़ी बेलो राम। पहले दोरानी रसोईया संभालो,भजना में पाछे जाओ राम।म्हाने रसोड़ा से पार नहीं आवे,भजना मे कब जाऊं ओ राम।चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

तीजी बिंदनी ननद बाई से किनी,भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।पहले भोजाई म्हारे काजल टिकी,भजना में पाछे जाओ राम।म्हारा नखरा रो पार नहीं आवे,भजना मे कब जाऊं ओ राम।चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

चौथी बिंदनी सायब जी से किनी,भजनों में दोए घड़ी बेलो राम। नहाई लो धोलो,ओढलो,पहरलो ,भजना में बल बल जाओ राम।म्हारे साहेब जी ने अमर रखज्यो बे मने भजना में बेली ओ राम। अगले जन्म मने मीरा बनाईजो, भजनों में सारा दिन जाऊं ओ राम

चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।चार चार सखियां घर में बैठी भजनों में दोए घड़ी बेलो राम।

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